पिछले कुछ वर्षों से उनमें डिमेंशिया के लक्षण नज़र आ रहे थे — वह अपनी बेटी और दामाद के अलावा किसी और को पहचान नहीं पाती थीं।
डिमेंशिया के साथ-साथ उन्हें तेज़ सिरदर्द रहता था, नींद नहीं आती थी और शारीरिक काम करना लगभग असंभव हो गया था।
अपनी बेटी की मदद से उन्होंने सी-पेप्टाइड का इस्तेमाल किया, जिससे उनका सिरदर्द पूरी तरह गायब हो गया और डिमेंशिया भी काफ़ी हद तक कम हो गया।









